कौन सा रत्न किस ग्रह का होता है, और उनसे संबंधित राशियां कौन-कौन सी हैं। संपूर्ण विवरण देखिए
राशि नाम और उनसे संबंधित ग्रह:
- मेष राशि- मंगल
- मिथुन राशि - बुध
- वृषभ राशि - शुक्र
- कर्क राशि - चंद्रमा
- सिंह राशि - सूर्य
- कन्या राशि - बुध
- तुला राशि - शुक्र
- वृश्चिक राशि - मंगल
- धनु राशि - वृहस्पति
- मकर राशि - शनि
- कुंभ राशि - शनि
- मीन राशि - वृहस्पति
उपरोक्त चार्ट में राशि और उनके स्वामी ग्रह की सूची दी गई है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रत्नों का निर्धारण राशियों से नहीं बल्कि उनके स्वामी ग्रहों के आधार पर कुंडली का विश्लेषण कर के स्वामी ग्रहों के शुभ / अशुभ स्थिति के आधार पर करते हैं।
मेष राशि, मिथुन राशि, वृषभ राशि/ वृष राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, तुला राशि, वृश्चिक राशि, धनु राशि, मकर राशि, कुंभ राशि, मीन राशि के जातक कौन सा रत्न धारण कर सकते है। आइए जानते हैं इस लेख के बारे में,
कौन सा रत्न किस ग्रह का होता है -
1.मेष राशि-
मेष राशि के स्वामी मंगल देव हैं। इसलिए मेष राशि के जातक को मंगल देव से संबंधित रत्न मूंगा पहन सकते हैं।
2.वृष/वृषभ राशि-
वृषभ राशि के स्वामी शुक्र देव हैं। इसलिए वृषभ राशि के जातक शुक्र देव से संबंधित रत्न हीरा पहन सकते हैं।
3.मिथुन राशि-
4.कर्क राशि-
कर्क राशि के स्वामी ग्रह चंद्र देव हैं। इसलिए कर्क राशि के जातक चंद्रमा से संबंधित रत्न मोती धारण कर सकते हैं।
5.सिंह राशि-
6.कन्या राशि-
कन्या राशि के स्वामी बुध देव हैं। इसलिए कन्या राशि के जातक को बुध देव से संबंधित रत्न पन्ना पहन सकते हैं।
7.तुला राशि-
8.वृश्चिक राशि-
9.धनु राशि-
धनु राशि के स्वामी वृहस्पति देव हैं। इसलिए धनु राशि के जातक को वृहस्पति/गुरु देव से संबंधित रत्न पुखराज धारण कर सकते हैं।
10.मकर राशि -
11.कुंभ राशि -
12.मीन राशि -
रत्नों से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- इसके अलावा दो ऐसे छाया ग्रह हैं जिनकी राशियां तो कोई नहीं हैं, परन्तु यह ग्रह जन्म कुंडली के बारह भावों में से किसी भी घर में बैठ जाते हैं। पहला ग्रह राहु जिसका रत्न है गोमेद और दूसरा ग्रह है केतु जिसका रत्न है लहसुनियां।
- ध्यान रखने योग्य बातें यह है कि जातक को कभी भी छः (6), आठ (8), बारह (12) भाव में बैठे ग्रह का रत्न कभी भी धारण नहीं करना चाहिए। रत्न पहनने के लिए जन्मकुंडली में ग्रहों की डिग्री की भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। साथ ही साथ ग्रहों की महादशा कुंडली में ग्रहों की स्थिति के बाद ही रत्न धारण करना चाहिए।
- नाम राशि से रत्न का चुनाव कभी भी नहीं करना चाहिए एवं जन्म कुंडली के अनुसार कौन सा रत्न पहनें।
अतः आशा करते है की आप सभी लोगों को रत्नों से सम्बंधित यह जानकारी अच्छी लगी होगी जिसमे राशि नाम और उनसे सम्बंधित गृह कौन से है | और कौन सा रत्न किस ग्रह का होता है| बारह राशि और नौ ग्रहों के प्रमुख रत्नों के बारे में विस्तृत जानकारी दिया हूँ| फिर भी आप लोग अपना राय जरूर दे सकते है कमेंट करके|
Disclaimar: रत्न धारण करने से पूर्व किसी (ज्योतिषी विशेषज्ञ) से सलाह लेकर ही रत्न धारण करें। रत्नज्ञान किसी भी तरह के क्षति के लिए उत्तरदाई नहीं होगा।
Bahut achaa jaankaaree
Achhi jaankaaree