Belpatra Upay: प्रदीप मिश्रा के बेलपत्र के उपाय एवं करने की विधि क्या है।

आज पूरे भारत में प्रदीप मिश्रा को कौन नहीं जानता होगा। बिभिन्न शास्त्रों में खासकर शिव महापुराण में बेलपत्र की महिमा का विस्तृत उल्लेख मिलता है। हम सभी जानते हैं की बेलपत्र भगवान शिव को अत्यधिक प्रिय भी है, जिसको शिवलिंग पर अर्पित करने मात्र से भगवान भोलेनाथ शीघ्र प्रशन्न होकर कृपा करने लगते हैं। 

जब भगवान शिवशंकर की पूजा की बात की जाए तो बिल्वपत्र अर्थात बेलपत्र के कुछ अचूक टोटके भी शास्त्र में बताये गये हैं। बेलपत्र के टोटके को करने से व्यक्ति को कुछ चमत्कारिक परिणाम भी शीघ्र मिलने लगते हैं। भगवान भोलेनाथ की साक्षात कृपा प्राप्त करने के लिए बेलपत्र जरूर अर्पित करना चाहिए।

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प्रदीप मिश्रा के बेलपत्र के उपाय एवं करने की विधि क्या है।

Belpatra Upay: प्रदीप मिश्रा के बेलपत्र के उपाय एवं करने की विधि क्या है,

आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं, कि धन लाभ के लिए बेलपत्र उपाय , 108 बेलपत्र चढाने के उपाय, बेलपत्र को दूध में डूबकर शिवलिंग पर चढाने के उपाय, शहद और बेलपत्र का उपाय, बालों के विकास के लिए एवं चेहरे पर निखार के लिए उपाय क्या हैं जोकि पंडित प्रदीप शर्मा जी सीहोर वाले बाबा जी के द्वारा बताया गया है।

प्रदीप मिश्रा 108 बेलपत्र चढाने के उपाय

प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा समय समय पर कुछ महत्वपूर्ण उपाय बताये जाते हैं, जिसका उल्लेख शिव महापुराण में मिलता है। वैसे भी शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ानें से सौभाग्य की प्राप्ति होती है, लेकिन जब बात 108 बेलपत्र की हो तो बात ही निराली है। पंडित प्रदीप मिश्रा जी बताते हैं की यदि कोई जातक या जातिका लम्बे समय से बीमार है तो शिवलिंग पर 108 बेलपत्र का यह उपाय करना रोगों से मुक्ति का एक कारगर माध्यम है।

विधि- एक तांबे का लोटा लेना है जिसको साफ़ सुथरा करने के बाद स्वच्छ जल लेकर 108 बेलपत्र डालना है। और उसी तांबे के लोटे में पीला चन्दन डालना है। ध्यान रहे, इस प्रकार तांबे के लोटे में पीला चन्दन डालना है जिससे की पूरा का पूरा बेलपत्र हल्का पीला हो जाए। फिर तांबे के लोटे का यह जल पंचाक्षरी मन्त्र - ॐ नमः शिवाय का जाप करते हुए शिवलिंग पर अर्पित करे। बीमार से पीड़ित व्यक्ति के स्वस्थ होने की प्रार्थना मन ही मन जल चढाने वाले व्यक्ति को करते रहना है जल चढाते समय। जल चढाने के बाद 108 बेलपत्र "ॐ नमः शिवाय मंत्र" के साथ बारी बारी से भगवान शिव के शिवलिंग पर अर्पित कर देना चाहिए।

पंडित प्रदीप मिश्रा जी कहते की घोर से घोर बीमारी से यदि व्यक्ति परेशान है, तो शीघ्र ही जातक के स्वास्थय में सुधार होने लगता है। ध्यान रहे बेलपत्र का यह उपाय करने से पहले व्यक्ति को अच्छे तरीके से बेलपत्र को धुल लेना चाहिए यदि कोई पत्ता सही नहीं है तो बदल कर दूसरा पत्ता रख लेना चाहिए। कहने का तात्पर्य यह है की कोई भी बेलपत्र कटा फटा हो तो कदापि नहीं चढ़ाना चाहिए।

प्रदीप मिश्रा बालों के विकास के लिए एवं चेहरे पर निखार के लिए उपाय

पंडित प्रदीप मिश्रा जी कहते हैं की यदि किसी का बाल निरंतर झड़ रहा हो या चेहरे पर निखार नही रहता हो तो बेलपत्र का यह उपाय कारगर सिद्ध हो सकता है। यदि बाल झड़ने की समस्या है तो व्यक्ति को बेलपत्र पीसकर उसके रस को बालों में लगाना है जिससे की बालों का झड़ना बंद हो जाता है। और यदि चेहरे पर रौनक गायब हो जाता है तो शहद एक निश्चित मात्रा में लेकर उसमे बेलपत्र पीसकर पेस्ट बना ले तत्पश्चात चेहरे पर फेस वाश के जैसे लगाने से फेस पर निखार आना शुरू हो जाता है। यदि किसी भी प्रकार का चरम रोग, मुहासा है चेहरे पर तो बेलपत्र का यह उपाय अत्यधिक कारगर है।

प्रदीप मिश्रा घर में सुख शांति के लिए बेलपत्र उपाय 

घर में यदि अशांति व्याप्त हो अर्थात कलह रहता हो तो बेलपत्र लाना चाहिए जोकि कटा फटा नहीं हो और उसको गंगा जल से धुलकर घर के मुख्य दरवाजे पर लगा लेना चाहिए। पंडित प्रदीप मिश्रा जी कहते है की यदि कोई भी जातक घर के मुख्य दरवाजे पर बेलपत्र को लगा देता है विधिपूर्वक तो उस व्यक्ति के घर में नेगेटिव ऊर्जा कभी भी नहीं रहता है और घर उन्नति की तरफ अग्रसर रहता है एवं उस घर की शत्रुओं से रक्षा स्वयं भगवान महादेव जी करते है।

प्रदीप मिश्रा शहद और बेलपत्र का उपाय

वैसे तो प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा शिवलिंग से सम्बन्धित बहुत सारे उपाय बताये गये हैं लेकिन प्रदीप मिश्रा शहद और बेलपत्र का उपाय क्या है? आइये जानते है विधि सहित प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा बताये उपाय को करने की विधि क्या है-
  1. कि शहद लेना है सामर्थ्य अनुसार और बेलपत्र की ब्यवस्था करनी है ध्यान रहे बेलपत्र ताजा होना चाहिए और कटा फटा छेद रहित होना चाहिए। तत्पश्चात बेलपत्र का पत्ता धुलकर रख लेना है। 
  2. हम सभी जानते है की बेल पात्र में तीन पत्ते होते हैं तो जो बीच वाली पत्ती है उस पर शहद को अच्छे तरह से लगा लेना है। यदि तीनों पत्तीओं पर शहद लगते हैं तो अति उत्तम है।
  3. अब श्रद्धापूर्वक किसी शिवालय में जाकर मन ही अपनी अर्जी लेकर भगवान शिव से प्रार्थना करना है।और विधिपूर्वक पूजन अर्चन जल इत्यादि चढ़ाकर शिवलिंग पर शहद लगा बेल पत्र चढ़ा देना है।
  4. प्रदीप मिश्रा शहद और बेलपत्र का बताया गया यह उपाय परीक्षा में सफल होने के लिए, धन प्राप्ति या संचय करने के लिए, विपरीत परिस्थिति से उबरने के लिए किया जा सकता है।

प्रदीप मिश्रा बेलपत्र को दूध में डुबाकर शिवलिंग पर चढाने के उपाय

संतान प्राप्ति के लिए यह उपाय शिव महापुराण में वर्णित है, प्रदीप मिश्रा जी कहते हैं की यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में संतान बाधा है या फिर संतान योग नहीं बन रहे हैं तो बेलपत्र को दूध में डुबाकर शिवलिंग पर व्यक्ति को अर्पित करना चाहिए। 

विधि- शिवलिंग पर बेलपत्र को दूध में डुबाकर कैसे चढ़ाना है आइये जानते हैं,

  1. 1 लोटा गाय का दूध लेना है।
  2. 1 बेलपत्र लेना है और उसको गंगा जल से धुल लेना है।
  3. धुला हुआ बेलपत्र को दूध में डूबा देना है।
  4. अपने मनोकामना के साथ सर्वप्रथम "ॐ नमः शिवाय का मंत्र" का जप करते हुए शिवलिंग पर दूध चढ़ाना है।
  5. अब शिवलिंग पर "ॐ नमः शिवाय का मंत्र" का मंत्र का जप करते हुए विल्वपत्र चढ़ाना है। *बेलपत्र चढाते समय उल्टा सीधा का ध्यान अवश्य रखना है जिसका उल्लेख नीचे किया गया है।
  6. इस तरह कम से कम सात सोमवार तक करते रहने से संतान प्राप्ति के योग बन जाते हैं, और जल्द ही भगवान भोलेनाथ होकर संतान की मनोकामना को पूर्ण कर देते हैं। प्रत्येक सोमवार को यह उपाय करे तो अतिउत्तम माना जाता है। यदि सावन चल रहा है तो सावन के सोमवार के दिन पांच बेलपत्र शिवलिंग पर अर्पित करे एवं शिवलिंग का जलाभिषेक करे।
  7. ध्यान रहे शिव महापुराण में लिखा है की यदि कोई पुरुष है तो उसे ॐ नमः शिवाय का मंत्र करना चाहिए और कोई स्त्री है तो उसे ॐ शिवाय नमः मंत्र का जप करना चाहिए। 
  8. ध्यान रहे विल्वपत्र का कोमल या चिकना भाग सीधा होता है। कहने का तात्पर्य यह है की बेल पत्र का चिकना भाग का स्पर्श शिवलिंग से होना चाहिए। और जो उभरा या खुरदुरा भाग होता है वह ऊपर की तरफ होना चाहिए।
  9. ध्यान रखने योग्य बात यह है की दूध को कभी भी तांबे के लोटा में रखकर जल नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना विष अर्थात जहर के समान हो जाता है।

प्रदीप मिश्रा धन लाभ के लिए बेलपत्र उपाय

अगर आप अपने आमदनी को लेकर चिंतित है धन संग्रह नही हो पा रहा है, प्रदीप मिश्रा धन लाभ के लिए बेलपत्र का यह उपाय रामबाण हो सकता है बस श्रद्धापूर्वक मन से आपको करने की जरूरत है। मेरे Youtube Channel में बहुत सारे लोगों के प्रश्न आते हैं की महाराज पैसे नहीं टिकते तो इसके लिए आइये जानते है क्या उपाय किये जा सकते है,

  1. पांच सोमवार भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक करे।
  2. कम से कम पांच बेलपत्र शिवलिंग पर अर्पित करे।
  3. प्रसाद स्वरुप पुजारी जी से बेलपत्र मांग कर अपने लाकर, पर्स, धन संचय वाले जगह पर रख दे।
  4. बेलपत्र का पौधा घर पर लगाना धन आगमन के लिए अच्छा विकल्प है। बेलपत्र घर में लगाने से भगवान भोलेनाथ प्रशन्न ही होते है साथ ही साथ माँ महालक्ष्मी जी की असीम कृपा ब्यक्ति को प्राप्त होता है। घर में कभी निर्धनता भी नहीं आता है।

बेलपत्र से सम्बंधित यह उपाय करने के लिए ध्यान योग्य बातें,

  1. बेल पत्र का उपाय करते समय जातक को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
  2. बेल पत्र को चढाने से पहले हाथों को धुल लेना चाहिए।
  3. बेल पत्र को पूजा करने के बाद उचित स्थान पर घर में रख सकते हैं यदि घर में रखे हुए शिवलिंग की पूजा कर रहे।
  4. बेल पत्र को तोड़ने से पहले मन ही मन प्रार्थना अवश्य करे और बेल के पौधे के सामने खड़े कर अनुमति लेकर ही बेल पत्र तोड़े।
  5. यथास्थिति उचित स्थान पर बेल पत्र को रखना चाहिए और यदि बेल पत्र रखने लायक न हो तो बहते जल में प्र्बाहित कर देना चाहिए।

निष्कर्ष

आशा करते हैं प्यारे भक्तों ज्योतिषाचार्य गौरव जी द्वारा लिखी गयी लेख "प्रदीप मिश्रा के बेलपत्र के उपाय" आप सभी को पसंद आयी होगी। श्री शिव महापुराण में भी यह सभी उपाय दिए गये है और प्रदीप मिश्र जी के इस उपाय को करने से जातक को शीघ्र लाभ मिलता है। यदि कोई जातक सच्चे मन से विधिपूर्वक उपरोक्त उपाय करता है तो शीघ्र ही भगवान भोलेनाथ अपनी असीम कृपा ब्यक्ति पर बरसाते है इसमें कोई संशय नहीं है। इतना ही नहीं इस लेख में सिर्फ और सिर्फ प्रदीप मिश्र जी द्वारा बताये गये बेलपत्र उपाय को बताया गया है लेकिन अन्य उपाय भी होते है, फिर भी अधिक से अधिक बातों को जोकि प्रदीप मिश्रा के बेलपत्र के उपाय की विस्तृत चर्चा किया गया है।

नोट- इस लेख में लिखी गयी जानकारी धर्म एवं कर्म काण्ड पर आधारित है। मेरे ब्लॉग के द्वारा किसी प्रमाणिकता की दावा नही की जाती है।

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