शनि आरती (Shani Aarti PDF)

जय श्री महाकाल- प्यारे भक्तों इस लेख में शनि आरती प्रस्तुत किया गया है | आप सभी लोगों की सुविधाओं के लिए Shani Aarti pdf (शनि आरती पीडीऍफ़) में सचित्र दिया गया हैं | जो लोग कुंडली में शनि के अशुभ दोषों से बचना चाहते हैं और भगवान् शनिदेव की कृपा पाना चाहते हैं, खासकर उन लोगों को शनि आरती (Shani Aarti PDF) अवश्य पढना चाहिए |

    आइये जानते हैं, शनि आरती  एवं Shani Aarti PDF

    शनि आरती (Shanidev Aarti)

    शनि_आरती_(_Shani_Aarti_PDF_)
    शनिआरती (Shani Aarti PDF)


    जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी।01

    सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी।02

    जय जय श्री शनिदेव।03

    श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी।04

    नीलांबर धार नाथ गज की असवारी।05

    जय जय श्री शनि देव।06

    क्रीट मुकुट शीश रचित दीपत है लिलारी।07

    मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी।08

    जय जय श्री शनि देव।09

    मोदक मिष्ठान पान चढ़त है सुपारी।10

    लोहा दिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी।11

    जय जय श्री शनि देव।12

    देव दनुज ऋषि मुनि सुमरित नर नारी।13

    विश्व नाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी।14

    जय जय श्री शनिदेव।15

    Shanidev Aarti END

    शनि देव 29 जून से इन 4 राशियों की बढ़ाएंगे मुश्किल, साढ़े तीन महीने संभल कर चलें।

    31 मई को बुधदेव के गोचर से बनेगा 3 राज योग, माता लक्ष्मी की कृपा इन 4 राशियों पर बरसेगी, 14 दिनों तक खास लाभ होगा | 

    #Shani Aarti PDF

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