Panna Stone: पन्ना रत्न के फायदे, नुकसान, धारण विधि, कीमत एवं पन्ना रत्न किस ऊँगली में पहनें | Panna Ratna Ke Fayde, Nuksan, Dharan Vidhi, Price, Finger |
पन्ना रत्न धारण करने से व्यक्ति के जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती है और व्यक्ति का आत्मविश्वाश बढ़ता है। जीवन सुखमय व्यतीत होता है और सुख सुविधाओं की कमी नहीं रहता है। ज्योतिषाचार्य गौरव के अनुसार नौ ग्रहों के प्रमुख रत्न माणिक, मूंगा, पुखराज, गोमेद, नीलम, मोती, पन्ना, हीरा, लहसुनिया माने गयें है | इन रत्नों का मानव जीवन से अत्यधिक सम्बन्ध होता है| इन रत्नों में रश्मियाँ विदमान होती हैं| प्रत्येक रत्न का अपना अलग अलग महत्व होता है | पन्ना रत्न बुध देव का रत्न होता है। जब किसी जातक की कुंडली में बुध देव कमजोर स्थिति में होते हैं तो ऐसे जातकों को पन्ना रत्न धारण करने से बुध देव के शुभ फलों को प्राप्ति होती है।
रत्न शास्त्रों में पन्ना रत्न के बारे में, पन्ना रत्न की पहचान, पन्ना रत्न धारण करने की विधि, पन्ना रत्न किस ऊँगली में पहनें, पन्ना रत्न के फायदे, पन्ना रत्न के नुकसान इत्यादि के बारे में पन्ना रत्न से सम्बंधित लेख का विस्तृत वर्णन मिलता है | बहुत से लोग प्रचलित नाम से भी पन्ना रत्न धारण करने लगते है लेकिन ज्योतिषाचार्य गौरव के अनुसार भूलकर भी प्रचलित नाम से रत्न धारण नहीं करना चाहिए राशि रत्न का चयन करते समय ध्यान रखने योग्य कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जो आपके लिए कारगर सिद्ध होगा
आप सभी लोगों को बताना चाहते है की कन्या राशि के स्वामी बुध देव होते हैं जिनका सम्बन्ध मौसी, मौसा, बहन, माँ से होता है | इस रिश्ते में प्यार बढ़ता है पन्ना रत्न धारण करने से और आँखों की रौशनी कमजोर होनें के कारण कुंडली में बुध ग्रह का कमजोर होना माना जाता है | इसलिए कुंडली के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए पन्ना रत्न धारण किया जाता है|
पन्ना रत्न के फायदे, नुकसान, धारण विधि, कीमत एवं पन्ना रत्न किस ऊँगली में पहनें | |
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पन्ना रत्न बुध ग्रह की मजबूत करने के लिए धारण किया जाता है। हरे रंग का यह रत्न धारण करने से जातक की कुंडली में बुध गृह मजबूत होता है। यह व्यक्ति को समझदार और बौधिक बनाता है। ऐसी मान्यता है, कि यह रत्न जातक के सोये हुए भाग्य को चमकाता है इसे पहनने से कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी होती है, और धारण करने वालें व्यक्ति को समाज में मान सम्मान बढ़ता है। चलिए पन्ना रत्न धारण करने के लाभ और पहनने का तरीका जानते है|
ध्यान रखने योग्य बात है की पन्ना या कोई अन्य रत्न तभी फायदा करता है जब उसको कुंडली द्वारा विद्वान् विचार बिमर्ष कर उचित वजन का धारण करना चाहिए | पन्ना रत्न का वजन कितना होना चाहिए क्योंकि रत्न का वजन कम होने से नहीं मिलता फल, स्वयं जानिए कौन सा रत्न कितने रत्ती का धारण करना चाहिए ?
पन्ना रत्न के फायदे (Panna Stone Benefits In Hindi)
पन्ना रत्न बुध देव के शुभ परिणामों के प्राप्ति के लिए बहुत फायदेमंद हैं। पन्ना रत्न के फायदे तो बहुत हैं जो भी जातक यह लेख - पन्ना रत्न के फायदे (Benefits of Panna Stone) पढ़ रहें हैं, इस लेख के माध्यम से कोशिश किया गया है कि आप लोगों को सटीक जानकारी मिल जाए। पन्ना रत्न धारण तभी करे जब कुंडली में मिथुन या कन्या राशि में चंद्रमा हो तो पन्ना धारण करना अत्यधिक फायदेमंद होता है | यदि जन्म कुंडली में पहले, नववें भाव और पांचवें भाव का स्वामी बुध हो तो पन्ना रत्न धारण करने से अत्यधिक फायदा होता है|
- कम्युनिकेशन स्किल: बुध ग्रह का अधिपत्य इंसान के वाणी पर होता है और जिन लोगों की वाणी अस्पष्ट होती है और लोगो को चुभने वाली होती है तो ऐसा माना जाता है की व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर है| यदि व्यक्ति की वाणी अर्थात लोगों से कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होगी तो व्यक्ति के सम्बन्ध चाहे कार्यस्थल हो या फिर समाज, रिश्तेदार में हर जगह मान सम्मान मिलता है | इसलिए जिस जातक का वाणी पर प्रभाव न हो कुछ भी बोल जाता हो तो किसी विद्वान् से कुंडली दिखाकर कम्युनिकेशन के लिए पन्ना रत्न धारण करना फायदेमंद रहता है |
रिश्तों में मिठास:
बुध ग्रह का रत्न पन्ना धारण करने से व्यक्ति के निजी जिन्दगी में मिठास बना रहता है क्योंकि बुध गृह का सम्बन्ध मौसी, बहन, साली से माना जाता है | यदि कुंडली में बुध ग्रह अशुभ है तो कुछ रिश्तों में दरार आने लगता है और व्यक्ति अनावश्यक परेशान रहता है | इन परेशानियों से निजात पाने के लिए व्यक्ति को पन्ना रत्न धारण करना फायदेमंद रहता है |
नौकरी में उन्नति:
जो लोग इंजीनियरिंग फील्ड से जुड़ें है उनकी तार्किक शक्ति को मजबूत करने के लिए बुध ग्रह से सम्बंधित रत्न पन्ना धारण करना श्रेष्ठ माना जाता है, क्योंकि पन्ना रत्न धारण करने वाले जातक का दिमाग (मस्तिष्क) अत्यधिक क्रियाशील होता है और सोचने की क्षमता बढ़ जाती है | इसलिए पन्ना रत्न धारण करने से नौकरी में उन्नति के योग ब्यक्ति के बनते हैं |व्यापार में उन्नति
जो लोग व्यापार करना कहते है या फिर व्यापार में सफलता नहीं मिल पा रही है या बार- बार व्यापार बंद हो रहा है तो ऐसे लोगों का कही न कहीं बुध ग्रह का अशुभ प्रभाव माना जाता है | यदि कुंडली में विचार विमर्श करने के बाद व्यक्ति उचित Weight का पन्ना रत्न धारण करे तो फायदेमंद साबित हो सकता है |
समझदारी और बौधिक गुण:
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पन्ना पहनने से व्यक्ति समझदार और बुध्हिमान होता है कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लेता है और कोई भी काम सोच समझकर करता है पन्ना पहनने से इमेजिनेशन पॉवर बेहतर होती है|
धन संपदा में वृद्धि:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पन्ना रत्न धारण करने से व्यक्ति का आर्थिक स्थिति मजबूत होता है। आय के स्तोत्र बनते रहते हैं और जीवन में सुख सुविधाओं का कभी अभाव नहीं रहता है। बुध देव के रत्न पन्ना धारण करने के साथ साथ व्यक्ति को गणेश जी की पूजा करने से पन्ना रत्न और कारगर हो जाता है जिससे बुद्धि दाता गणेश जी प्रशन्न होकर धन संपदा में अथाह वृद्धि करते हैं।
कार्य में सफलता:
जिस जातक के कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है तो ऐसे व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। पन्ना रत्न धारण करने से जातक को हर कार्य में निरंतर सफलता मिलती है। खासकर वें लोग जो व्यापार कर रहें है उनके लिए भी पन्ना रत्न बहुत अच्छा माना जाता है। पन्ना रत्न धारण करने वाले व्यक्ति निरंतर सफलता के रास्ते पर आगे बढ़ते रहते है। रत्न शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है की जिस जातक ने पन्ना धारण किया है और यदि पन्ना असर कर दिया तो जातक की निरंतर प्रगति होती रहती है | जीवन के किसी मोड़ पर बाधाओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
रोगों में फायदेमंद:
प्रत्येक ग्रह के व्यक्ति के बिभिन्न अंगों से सम्बन्ध होता है। प्रायः बहुत से लोगों के चेहरे पर दाग, धब्बे, मुहांसे इत्यादि तरह के चर्म रोग, सांस फूलने की बीमारी, आँख की रौशनी कम होना, जो लाख इलाज करने के बाद भी नहीं ठीक होते है। ज्योतिषाचार्यों की माने तो जो भी जातक पन्ना रत्न धारण करते हैं, उन लोगों को बिभिन्न बीमारीयों से भी राहत मिलती है, और व्यक्ति पर बुद्ध देव की कृपा बनी रहता है। इसके अलावा मिर्गी, दमा, गर्भवती महिला, के लिए पन्ना रत्न अत्यधिक फायदेमंद हैं |आत्मविश्वाश में वृद्धि:
पन्ना धारण करने से व्यक्ति का आत्मविश्वाश बढ़ता है, पन्ना रत्न धारण करने वाले व्यक्ति के स्मरण शक्ति में सुधार होता है ऐसे जातक एक अच्छा वक्ता बनते है| एजुकेशन और रिसर्च क्षेत्र में उन्हें अपार सफलता मिलती है| पन्ना पहनने से व्यक्ति की सोशल और बिजनेस स्किल में सुधार होता है।पन्ना रत्न के नुकसान (Panna Ratna Ke Nuksan)
- बुध की महादशा यदि कुंडली में चल रही हो और बुध 8 वें भाव या फिर 12 वें भाव में बैठा हो तो व्यक्ति को भूलकर भी पन्ना नहीं पहनना चाहिए क्योंकि यदि मह्दशा के अंतर्गत 8 वें और 12 वें भाव में बुध बैठ गया तो बुध मारकेश हो जाएगा और व्यक्ति को अत्यधिक मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है |
- यदि कोई व्यक्ति शौकिया पन्ना रत्न धारण किया है या बिना कुंडली के गुणा गणित किये पन्ना रत्न धारण किया हुआ है तो जातक को फायदे की जगह पन्ना रत्न नुकसान भी कर सकता हैं|
- रत्न कोई भी यदि उचित वजन का धारण किया गया है तो फायदे के जगह पर नुकसान व्यक्ति को कर जाता है | खासकर पन्ना रत्न यदि उचित वजन का नहीं पहना गया तो नुकसान व्यक्ति को होगा |
- पन्ना रत्न पहनने वाले जातक या जातिका को अपना आचरण दुरुस्त बनाये रखना चाहिए |
- प्रायः कुछ लोगों को हमने देखा है पन्ना पहनते लेकिन पन्ना पहनने के साथ साथ मांसाहार करते है | अतः व्यक्ति को जो पन्ना धारण किया है कभी मांसाहार नहीं करना चाहिए अन्यथा पन्ना रत्न नुकसान करता है |
- पन्ना रत्न पहने है तो जातक को कम से कम बुधवार के दिन पन्ना रत्न को जरूर अभिमंत्रित करना चहिये और देखभाल अवश्य करना चाहिए की कही टूटा फूटा तो नहीं है | टूटा फूटा रत्न व्यक्ति को नुनुकसान ही पहुचता है |
- ऐसा माना भी जाता है की रत्न यदि असली है और धारण किए हुए व्यक्ति को असर कर रहा है तो टूटने का संकेत है की जातक के ऊपर कष्ट आया था, और पन्ना रत्न ने अपने ऊपर ले लिया तो जातक को ऐसे पन्ना रत्न उतार देना चाहिए क्योंकि ऐसे रत्न नुकसान कर सकते है | जातक को लाभ पाने के लिए नए रत्न बनवाना चाहिए |
- ज्योतिषाचार्य गौरव की माने तो पन्ना रत्न को हमेशा पहनना उतारना नहीं चाहिए अन्यथा व्यक्ति को नुकसान हो सकता है |
पन्ना धारण करने की विधि (Panna Dharan Karne karne ki vidhi)
- पन्ना रत्न पहनने / धारण करने का शुभ दिन बुधवार (Wednesday) होता है, अतः बुधवार के दिन जातक को पन्ना रत्न धारण करना चाहिए।
- पन्ना रत्न को दाहिने हाथ की कनिष्ठका अर्थात छोटी ऊँगली में पहनना चाहिए।
- पन्ना रत्न को सर्वप्रथम कच्चे दूध जोकि गाय का हो उससे खूब अच्छी तरह से साफ स्वच्छ कर लेना चाहिए।
- पन्ना रत्न को गाय के दूध से स्वच्छ करने के बाद बकायदे गंगाजल लेना है, और उससे पवित्र कर लेना है।
- पन्ना रत्न को व्यक्ति सोने या चांदी की अंगूठी में अपने सामर्थ्य/ बजट के अनुसार पहन सकते है।
- पन्ना रत्न को शुक्ल पक्ष की चौघड़िया में पहनना चाहिए। चौघड़िया के बारे में किसी ज्योतिष से अवश्य जान लेना चाहिए।
- पन्ना रत्न को धारण सुबह के समय जब सूर्य की लालिमा दिखाई दे तब धारण करना चाहिए।
- बुध के मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए और पन्ना रत्न को अभिमंत्रित करना चाहिए।
- पन्ना रत्न धारण करते समय भगवान गणेश जी के मन्त्र ॐ गं गणपतये: नमः का जप करें और अपनी मनोकामना के साथ ही पन्ना रत्न धारण करे, क्योंकि हर एक रत्नों का अपना अलग महत्व होता है।
- ध्यान रखने योग्य बाते पन्ना रत्न धारण करते समय जातक या जातिका का मुख पूर्व या उत्तर की तरफ होना चाहिए।
- उपरोक्त सभी बातों को ध्यान में रखकर पन्ना रत्न धारण/पहन सकते हैं।
पन्ना रत्न की कीमत (Panna Ratna Price)
पन्ना रत्न किस उंगली में पहने (Panna Kis Ungli me Pahne)
ओरिजिनल पन्ना को कैसे पहचाने? (Panna Ratna Ki Pehachan)
रत्न शास्त्रों में नौ रत्नों को महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है, प्रत्येक रत्नों की अपनी अलग अलग विशेषता होती है| रंग रूप इत्यादि हर रत्नों के भिन्न भिन्न होते है | कोई भी रत्न हो जितना देखने में स्पस्ट होता है उतना ही उत्तम किस्म का होता है आइये जानते है, पन्ना रत्न की पहचान क्या होती है,
- यदि पन्ना रत्न को किसी लकड़ी के टुकड़े पर रगडा जाए तो पन्ना रत्न की चमक और बढ़ते जाता है, तो ऐसे पन्ना रत्न ओरिजिनल होते हैं|
- पानी की कुछ बूँदें यदि पन्ना के ऊपर रख दिया जाए तो यथा स्थिति पानी की बूँद टिकी रहेगी |
- पन्ना रत्न जितना ज्यादा पारदर्शी होगा उतना ही उत्तम किस्म का होगा|
- कांच के गिलास में पानी लेकर पन्ना रत्न को पानी भरे हुए कांच के गिलास में डुबो देना है फिर यदि पन्ना रत्न ओरिजिनल होगा कुछ रश्मिया हरे रंग की दिखाई देंगी तो समझ जाइए पन्ना रत्न ओरिजिनल है|
- पन्ना रत्न छूनें में जितना चिकना होगा उतना ही उत्तम किस्म (Quality) का ओरिजिनल पन्ना होगा|
- यदि पन्ना रत्न को हाथ में लेकर देखा जाए तो एकदम स्पष्ट आर पार दिखाई देगा|
FAQ: People Also Ask
Ques. पन्ना रत्न बाएं हाथ की अनामिका ऊँगली में पहनने से क्या लाभ होता है?
Ans: हां पन्ना रत्न को अनामिका ऊँगली में पहन सकते हैं| खासकर जब कुंडली में सूर्य और बुध एक साथ बैठे हो तो बुधआदित्य योग का निर्माण हो तो पन्ना रत्न अनामिका उंगली में पहनना बुध आदित्य योग को मजबूत करता है|
निष्कर्ष(Conclusion) :
अंत में यही कहना चाहूँगा की आप सभी लोग अपने जानकारी के लिए रत्न से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी आप सभी लोगों को होना चाहिए | पन्ना रत्न व्यक्ति को चौघडिया में ही धारण करना चाहिए और शुक्लपक्ष जरूर होना चाहिए | अत्यधिक लाभ के लिए पन्ना रत्न धारण करने वाले व्यक्ति को भगवान् गणेश जी की नित्य पूजा करे तो और प्रभावशाली होता है यदि संभव नही हो तो कम से कम बुधवार के दिन जातक को भगवन गणेश जी के मन्त्र का जप अवश्य करना चाहिए |
Dsiclaimer: यह आर्टिकल पूर्ण रूप से बिभिन्न विद्वानों, धार्मिक ग्रन्थ पर आधारित लेख है | RATNGYAN वेबसाइट पर लिखी हुई कोई भी आर्टिकल प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है हलाकि त्रुटियों का विशेष ध्यान रखते हुए लिखा गया है फिर भी यदि किसी भी प्रकार के त्रुटियों या प्रमाणिकता के लिए RATNGYAN वेबसाइट और वेबसाइट का लेखक जिम्मेदार नहीं होगा | आप लोग अपने विवेक के आधार पर ही पढ़ रहे हैं प्रकाशक व लेखक वेबसाइट की कोई जिमेदारी नहीं होगी किसी भी क्षतिपूर्ति के लिए |