बुध ग्रह को स्ट्रांग करने के उपाय एवं बुध ख़राब होने के लक्षण क्या होते हैं | Budh Grah Ko Strong Karne Ke Upay Ewam Budh Kharab Hone Ke Lakshan |
Budh Grah Strong Upay:नवग्रहों में जिस प्रकार ज्ञान का करक गुरु ग्रह को माना जाता है. उसी प्रकार बुद्धि और चतुराई का करक ग्रह बुध को माना जाता है. बुध ग्रह ज्योतिष में एक शुभ ग्रह माना जाता है. बुध ग्रह का स्वभाव मधुर और मधुर वाणी बोलने वाला माना जाता है. जिन लोगों का बुध स्ट्रांग होता है वें मिलनसार एवं हसमुख स्वभाव वाले होते हैं. जीवन जीने का भरपूर लुफ्त उठाते हैं. ये लोग हंसी मजाक करना पसंद करते हैं. TV शो में कुछ ऐसे लोग हैं जो लोगों को केवल अपनी वाणी से हसाते रहते हैं जैसे कपिल शर्मा सबसे बड़े उद्धरण हैं. इस तरह के लोगों का बुध अत्यधिक स्ट्रांग होता है. बुध को त्वचा का कारक ग्रह माना जाता है. बुध ग्रह के अधिपत्य देवता भगवान विष्णु को माना जाता है.
बुध ग्रह का अपना कोई विशेष स्वभाव नहीं होता है. बुध ग्रह को बालक या नपुंसक ग्रह कहा जाता है. गुरु शुक्र एवं बली चंद्रमा के साथ शुभ फल प्रदान करता है और क्रूर ग्रह जैसे मंगल, केतु, शनि, राहु के साथ हो तो अशुभ फल देता है. बुध ग्रह मिथुन एवं कन्या राशी का स्वामी है. इसकी उच्च राशी खुद की राशि कन्या राशि है. और इसकी नीच राशी गुरु की मीन राशि है. 27 नक्षत्रों में बुध को अश्लेशा, ज्येष्ठा एवं रेवती नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त है. हिन्दू भारतीय ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणना, चतुरता का करक माना जाता है. बुद्धि, वाणी सौन्दर्य एवं धन का स्वामी बुध ग्रह को कहा जाता है.
सूर्य और शुक्र बुध के अतिमित्र हैं एवं मंगल और चंद्रमा नैसग्रिक शत्रु होते है. परन्तु ऐसा कदाचित जरूरी नहीं है कि कुंडली में हमेशा बुध नुकसान पहुचाते हैं. बुध देव का प्रिय रंग हरा माना जाता है एवं बुधवार का प्रिय दिन बुध ग्रह को समर्पित है. इस दिन बुध ग्रह को स्ट्रांग करने का उपाय अवश्य करना चाहिए.
बुध की जीवन में भूमिका
अगर बुध ग्रह स्ट्रांग न हो तो व्यक्ति की बुद्धि तीव्र नहीं होती है एवं शार्प नहीं होती है व्यक्ति को शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई जरूर आती है. अगर कुंडली में बुध कमजोर है तो. और व्यक्ति की वाणी की, त्वचा की कान व गले की समस्या हो जाती है.
बुध को खान पान के द्वारा मजबूत करने के उपाय
- भोजन में हरी सब्जी का प्रयोग करें.
- भोजन हमेशा खुशी मन से करें.
- कभी कभी थोडा चटपटा भोजन भी खाएं क्योंकि जिनका बुध लीड करता है उन्हें चटपटा भोजन बहुत प्रिय होता है.
- दाल में हींग का अगर प्रयोग करें और इसको खाएं तो इससे भी आपका बुध बेहतर होगा.
- जब भी भोजन करें उत्तर दिशा की ओर चेहरा करके अगर भोजन करें तो बहुत अच्छा होगा.
बुध को व्यवहार के द्वारा स्ट्रांग करने के उपाय
- वाणी को मधुर रखने का प्रयास करने के लिए वाणी को अच्छा रखें.
- बेवजह चीखिये, चिल्लाइये मत. चीखने चिल्लाने से जहाँ तक हो सके बचें..
- संगीत सुनें, गाना गुनगुनाएं और मन्त्र का जप जरूर करें. कोई भी मन्त्र जो आपके लिए उपयुक्त हो उसका नियमित रूप से जप करें.
- कांसे का एक छल्ला दाहिने हाथ की छोटी ऊँगली में बुधवार की शाम को पहन लें.
- ननिहाल के साथ अपना सम्बन्ध हमेशा ठीक रखें.
बुध ग्रह को स्ट्रांग करने के अन्य छोटे- छोटे उपाय
- अगर आप बुध को स्ट्रांग करना चाहते हैं तो नित्य प्रातः विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें.
- रोज स्नान करें एवं सफाई से रहें.
- हलकी सुंगध का नियमित रूप से प्रयोग करें. थोडा Perfume या इतर लगाए.
- सलाह लेकर एक पन्ना धारण करें.
- यदि आपका बुध ग्रह स्ट्रांग नहीं है तो आप हमेशा अपने पास हरे कलर का रुमाल रखें.
- बुधवार के दिन किसी गरीब को हरी मूंग की दाल और हरे वस्त्र का दान करें.
- इसके अलावा बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करना एवम दान करना शुभ होता है.
- बुध को स्ट्रांग करने के प्रभावकारी उपाय बुधवार के दिन पूजा करते समय भगवान गणेश जी के मस्तक पर सिन्दूर का तिलक लगाए तत्पश्चात अपने मस्तक पर लगाए.
बुध खराब होने के लक्षण
- यदि अचानक आपके ऊपर कष्ट आ जाये और कर्जा बढ़ते जाए तो यह समझ जाइए कि आपका बुध ग्रह कमजोर हो सकता है.
- बुध ग्रह का सम्बन्ध बुवा, मौसी, साली से माना जाता है यदि इनसे आपके सम्बन्ध मधुर न हो तो बुध ग्रह खराब होने के लक्षण होते हैं.
- बुध ग्रह जातक के नर्वस प्रणाली पर अधिकार होता है और जब नर्वस प्रणाली से सम्बंधित समस्या उत्पन्न होने लगे तो समझ लीजिये की आपका बुध ग्रह स्ट्रांग नहीं हैं.
- अल्जाएमर रोग जो मष्तिष्क की कार्य क्षमता को प्रभावित करता है और व्यक्ति के याददाश्त कमजोर होने लगे तो बुध ग्रह के खराब होने के लक्षण हैं.
- बुध ग्रह खराब होने वाले जातक को भूलने की बीमारी होती है.
- बुध ग्रह जिन जातक का खराब होता है उन्हें छोटी - छोटी बातें अक्सर भूल जाते हैं.
- विशेषरूप से लकवा रोग बुध के खराब होने के लक्षण होते हैं.
- बुध के साथ यदि जन्मकुंडली में शनि है तो हाथ पैर में सुन्न से व्यक्ति ग्रसित होता है.
- दांत की समस्या होना भी बुध खराब होने का लक्षण है.
- पार्किन्सन रोग बुध के खराब होने के कारण होता है परन्तु यदि कुंडली में शनि और बुध है तो या स्थिति और प्रबल हो जाती है.
- कुंडली में अकेले बुध खराब होने के लक्षण जातक को दौरा पड़ना जैसे मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है.
- ब्रेन स्ट्रोक, मिर्गी रोग (बुध एवं राहु की युति कुंडली में) इत्यादि बुध खराब होने के लक्षण होते हैं.
निष्कर्ष
डिस्क्लेमर
RATNGYAN वेबसाइट के माध्यम से लिखी हुई लेख पूर्ण रूप से धर्म, शास्त्र ग्रंथों एवम विभिन्न विद्वानों के कठनानुसार लिखा गया है। हमारी यह वेबसाइट किसी भी प्रमाणिकता का दावा या सटीक होने का दावा नहीं करता है, केवल जानकारी मात्र प्रेषित है। अतः कोई भी उपाय करने से पहले ज्योतिष से परामर्श अवश्य करें।