हनुमान जी के 12 नाम क्यों पढ़ना चाहिए एवं हनुमान जी के 12 नाम कितनी बार लेना चाहिए |

हनुमान जी की कृपा अगर किसी भी व्यक्ति पर हो जाए तो उस व्यक्ति के समस्त विपत्ति से रक्षा स्वयं प्रभु करते हैं. कलयुग के सिद्ध देव के रूप में हनुमान जी को पूजा जाता है. हनुमान जी पल भर में रावण के अहंकार को चकना चूर कर देने व लक्ष्मण  जी के प्राण की रक्षा करने कैसे कुछ महत्वपूर्ण कारणों से हनुमान जी के 12 नाम पड़े. हनुमान जी की पूजा करने से प्रभु श्री राम का स्नेह तो मिलता ही है और कुंडली के मंगल दोष का अशुभ प्रभाव दूर होता है. इसलिए कम से कम हनुमान जी के 12 नाम को दिन में 1 बार अवश्य पढ़ना चाहिए.

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हनुमान जी के 12 नाम लेने से व्यक्ति का कल्याण होने लगता है इसे कोई संशय नहीं है. इस आर्टिकल में "हनुमान जी के 12 नाम क्यों पढ़ना चाहिए एवं हनुमान जी के 12 नाम कितनी बार लेना चाहिए|" के बारे में आप सभी लोगों को बताएंगे. हनुमान जी का जीवन श्री राम चंद्र जी के सेवा भाव में समर्पित होने के कारण हनुमान जी के 12 नाम में ही इस बात का राज है, कि हनुमान जी के 12 नाम क्यों पढ़ना चाहिए. आइए जानते हैं,

हनुमान जी के 12 नाम हिंदी, English, स्तुति, PDF सहित एवं हनुमान जी के 12 नाम जपने के फायदे क्या हैं?

हनुमान जी के 12 नाम क्यों पढ़ना चाहिए | Hanuman ji ke 12 naam kyo Padhna Chahiye

हनुमान जी के 12 नामों का राज उनके स्तुति में छिपा हुआ है. ऐसे ही नहीं कहा जाता है, हनुमान जी को प्राण दाता उन्होंने ही लक्ष्मण जी के प्राणों की रक्षा की थी. हनुमान जी का मर्यादा पुरुषोत्तम रामचंद्र जी के प्रति भाव व समर्पण के कारण हनुमान जी के 12 नाम है. हनुमान जी के 12 नाम के अर्थ को आप पढ़ेंगे तो इस बात को अवश्य ही समझ जाएंगे कि हनुमान जी के 12 नाम क्यों पढ़ना चाहिए.

आइए जानते हैं हनुमान जी के 12 नाम क्यों पढ़ना चाहिए

1. शत्रुओं से रक्षा

हनुमान जी के 12 नामों में से एक नाम दशग्रीव दर्पहा अर्थात दशानन के (रावण) के घमंड को पल भर में चूर कर दिए थे. इसलिए जिन लोगों को शत्रुओं से भय हो, काली जादू से रक्षा के लिए हनुमान जी के 12 नाम में से इस नाम का जप करना श्रेष्ठ रहता है.

2. उच्च कॉन्फिडेंस

हनुमान जी के गुरु सूर्य देव को माना जाता है. कोई भी व्यक्ति जिनका कॉन्फिडेंस अर्थात मनोबल कमजोर होता है, तो उनके कुंडली में सूर्य कमजोर माना जाता है, क्योंकि सूर्य आत्मबल का कारक होता है. इसलिए उच्च कॉन्फिडेंस और सूर्य के अशुभ फल के उपाय के लिए हनुमान जी के 12 नाम का जप अवश्य करना चाहिए.

3. प्राणों की रक्षा

हनुमान जी के 12 नामों में से एक नाम लक्ष्मण प्राण दाता है, अर्थात लक्ष्मण के प्राणों की रक्षा करने के कारण इनका यह नाम पड़ा. ऐसी मान्यता है, कि जो लोग हनुमान जी के 12 नामों में से इस नाम का जप आप कर सकते हैं.

4. आयु वृद्धि

हनुमान जी के 12 नाम लेने से किसी व्यक्ति की चार चीजें बढ़ती है, आयु, विद्या, यश, बल. Hanuman ji ke 12 naam कम से कम 11 बार सुबह के समय लेने से अवश्य लाभ होता है.

5. संकटों का नाश

हनुमान जी को सीता शोक विनाशक अर्थात सीता जी के संकटों का अंत करने वाले नाम से भी जानते हैं. इसलिए संकटों से मुक्ति के लिए और घर पर मुसीबत न आए तो हनुमान जी के 12 नाम को लिखकर Red Ink से मुख्य द्वार पर लगा देने से सीधे लाभ मिलता हैं. और ऐसे घरों पर टोने टोटके, भूत प्रेत, बीमारी, कलह इत्यादि का प्रभाव नहीं होता है. अतः हनुमान जी के 12 नाम संकटों से बचने के लिए अवश्य लेना चाहिए.

हनुमान जी के 12 नाम कितनी बार लेना चाहिए | Hanuman Ji Ke 12 Naam Kitni Baar Lena Chahiye |

हनुमान जी के 12 नाम को आप 5 बार, 11 बार, 21 बार, 51 बार, 108 बार ले सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें यदि पहले दिन आपने हनुमान जी के 12 नाम मान लीजिए 5 (पांच) बार लिए हैं, तो फिर यदि संभव हो तो कभी भी 5 बार से कम नहीं लेना चाहिए.

ज्योतिषाचार्य गौरव के अनुसार हनुमान जी के 12 नाम को कम से कम सुबह के समय बिस्तर पर 11 बार लगातार लेते हैं, तो उस व्यक्ति की आयु, विद्या, यश, बल में वृद्धि होता है.

निष्कर्ष

आशा करते हैं, "हनुमान जी के 12 नाम क्यों पढ़ना चाहिए एवं हनुमान जी के 12 नाम कितनी बार लेना चाहिए" से संबंधित जानकारी को पढ़कर आप सभी लोगों को अच्छा लगा होगा और आपके प्रश्नों का सटीक जवाब भी मिल गया होगा. RATNGYAN- Complete Knowledge of Indian Astrology समय समय पर धर्म, ज्योतिष, भजन, ज्योतिष उपाय से संबंधित आर्टिकल आप लोगों के लिए प्रस्तुत करता रहता है. अतः आप सभी लोगों से अनुरोध है कि भक्ति व धार्मिक चीजें अधिक से अधिक लोगों को शेयर करें. यदि इस आर्टिकल से संबंधित कोई अन्य प्रश्न है, सुझाव है तो आप बेफिक्र होकर हमसे संपर्क कर दे सकते है.

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