हनुमान जी के 12 नाम हिंदी, English, स्तुति, PDF सहित एवं हनुमान जी के 12 नाम जपने के फायदे क्या हैं?
हिंदू धर्म में देवी देवताओं के नाम सुमिरन करने का अत्यधिक महत्व बताया गया है. हनुमान जी के तो बहुत से नाम हैं कोई उन्हें प्यार से बीर बजरंगी तो वहीं कोई संकटमोचन नाम से पुकारते हैं. इस कलयुग में हनुमान जी की पूजा भक्त बड़े ही श्रद्धा से करते हैं.
हनुमान चालीसा पढ़ने के साथ - साथ हनुमान जी के 12 नाम प्रतिदिन लेने से बहुत ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है. हनुमान जी के 12 नाम को जो भी भक्त मंगलवार को लेते हैं तो उनके समस्त दुखों, बाधाओं एवं बाधाओं से तो छुटकारा मिल जाता है. जिन लोगों का आत्मबल कमजोर रहता है, उन लोगों के लिए हनुमान जी के बारह नाम प्रतिदिन करें, तो अति उत्तम फल प्रदान होता है.
हनुमान जी की पूजा - पाठ बहुत ही सरल है, यदि आप हनुमान जी को खुश करना चाहते हैं तो निश्चित ही बहुत सरल उपाय जो इनके 12 नाम लेने मात्र से ही संभव हो जाता है. हनुमान जी के 12 नाम में हनुमान जी के साथ - साथ कई देवगण का स्मरण एवं वंदन होता हैं. हनुमान जी के 12 नाम हनुमान स्तुति से लिया गया है. हनुमान जी की स्तुति एवं हनुमान जी के 12 नाम जपने के चमत्कार कर देने वाले फायदें के लिए यह लेख पूरा अवश्य पढ़ें.
हनुमान जी के 12 नाम हिंदी, English, स्तुति, PDF सहित एवं हनुमान जी के 12 नाम जपने के फायदे क्या हैं?
हनुमान जी के 12 नाम | Hanuman Ji Ke 12 Naam
हनुमान जी के 12 नाम हनुमान जी के गुणों के सार हैं। श्रीरामचन्द्र जी और माँ सीता के प्रति जो सेवा भाव हनुमान जी के द्वारा किये गये है। हनुमान जी के इन 12 नामों का जो जातक रात्रि में सोते समय या सुबह उठने पर अथवा यात्रा प्रारम्भ करते समय जप कर लेता है, उस व्यक्ति के सभी प्रकार के भय - बाधा दूर हो जाते हैं।
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
हनुमान जी के 12 नाम (Hanuman ji ke 12 Naam) में एक नाम पवनसुत हनुमान, दूसरा अंजनी सूनु, तीसरा वायुपुत्र, चौथा महाबल, पांचवां रामेष्ट (रामचन्द्र जी के प्रिय), छठा फाल्गुनसख (अर्जुन के मित्र), सातवां पिंगाक्ष (भूरे नेत्रों वाले) आठवां अमितविक्रम, नौवां उदधिक्रमण (समुद्र को लांघने जाने वाले), दसवां सीताशोकविनाशन (सीता जी के शोक को हरने वाले), ग्यारहवां लक्ष्मणप्राणदाता (संजीवनी बूटी से लक्ष्मण को जीवित करने वाले) और बारहवां नाम है- दशग्रीव दर्पहा (रावण के घमंड को चकना चूर करने वाले)
Hanuman ji ke 12 naam in English | हनुमान जी के 12 नाम इंग्लिश में |
- Hanuman
- Anjani Sunu
- Vaayu Putra
- Mahabal.
- Ramesht
- Falgun Sakhaaya
- Pingaaksh.
- Amit Vikram.
- Udadhi Karman.
- Seeta Shok Vinashan
- Laxman Praan Data
- Dashgreev Darpaha.
हनुमान जी के 12 नाम PDF
PDF NAME | हनुमान जी के 12 नाम PDF |
No. Of Pages | 01 |
PDF Size | |
Language | |
Download |
Source |
हनुमान जी के 12 नाम की स्तुति
हनुमान जी के 12 नाम जपने के फायदे
हनुमान जी के 12 नाम जप करने के फायदे तो बहुत हैं लेकिन यहाँ पर हम आपको सुबह, दोपहर, शाम और रात के समय एवं मंगलवार, शनिवार के दिन हनुमान जी के 12 नाम जपने के चमत्कारिक फायदे क्या हैं? के बारें में बतायेंगे.
आइये जानते हैं, हनुमान जी के 12 नाम जपने के फायदे-
- सुबह के समय जैसे ही व्यक्ति की नींद खुल जाए तो हनुमान जी के 12 नामों का जप कम से कम 5 बार अवश्य कर लेना चाहिए. ऐसा करने से जातक की उम्र में वृद्धि होती है.
- धन से सम्बंधित समस्याओं के समाधान के लिए व्यक्ति को दोपहर में हनुमान जी के 12 नाम का जप कर सकते हैं.
- शाम के समय हनुमान जी के 12 नाम जपने से व्यक्ति के घर में सुख - शांति बनी रहता हैं.
- यदि कोई व्यक्ति दुश्मनों से परेशान है, तो रात के समय जब सोने जाए हनुमान जी के 12 नाम जप ले शीघ्र ही हनुमान जी की कृपा से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगा.
- ऐसे जातक जो प्रतिदिन विधिपूर्वक हनुमान की के 12 नाम जपते हैं, उनके ऊपर हनुमान जी की कृपा बनी रहती है.
- मंगलवार के दिन जो भी भक्त हनुमान जी के 12 नाम कम से कम 108 बार जपते हैं, मंगल ग्रह अपना अशुभ फल त्यागकर शुभ फल प्रदान करने लगता हैं.
- जिन लोगों के माथे में दर्द की शिकायत रहता है, तो ऐसे लोग मंगलवार को शुभ मुहूर्त में भोजपत्र पर रेड कलर के इंक से हनुमान जी के 12 नाम को लिखकर किसी लाल कपड़े में बाँध कर धारण करने से शीघ्र ही राहत मिलता है.
- ऐसे लोग जिनकी कुंडली में मांगलिक दोष है, हनुमान जी के 12 नाम विशेष रूप से मंगलवार के दिन जप करने से मांगलिक दोष का प्रभाव कम हो जाता है.
- शनि की साढ़े साती, ढैय्या जैसे अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए हनुमान जी के 12 नाम का जप शनिवार के दिन अवश्य करना चाहिए एवं मन ही मन हनुमान जी से शनि देव के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए प्रार्थना भी करना चाहिए.
- पूजा करते समय हनुमान जी के 12 नाम का सुमिरन जो भी भक्त करते हैं, उनकी रक्षा बजरंगबली स्वयं आकश एवं पातल से करते हैं.