काल भैरव को कैसे प्रसन्न करें, क्या चढ़ाएं एवं मदिरा क्यों चढ़ाया जाता है (Kaal Bhairav Ko Kaise Prasan Kare, Kya Chadhaye Ewan Madira Kyon Chadhaya Jata Hai)

काल भैरव जयंती को सुबह में स्नान आदि नैतिक कार्यों से निवृत्त होने के बाद फलाहार करने से व्यक्ति के ऊपर काल भैरव बाबा की कृपा बनी रहती है|जिससे आसुरी शक्तियों, तंत्र - मंत्र का विनाश होता है| काल भैरव बाबा की पूजा अर्चना देर रात्रि में किया जाता है| जो लोग कालाष्टक में बाबा काल भैरव के मंदिर में जाकर उनके सम्मुख दीया 🪔 प्रज्वलित करते है तत्पश्चात श्रद्धापूर्वक इमारती, नारियल, उड़द, फूल और पान (जोकि बाबा काल भैरव को प्रिय है) चढ़ाते है, उस व्यक्ति के ऊपर से कितनी बड़ी से बड़ी बला हो सब टल जाता है| 

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काल भैरव को कैसे प्रसन्न करें, क्या चढ़ाएं एवं मदिरा क्यों चढ़ाया जाता है (Kaal Bhairav Ko Kaise Prasan Kare, Kya Chadhaye Ewan Madira Kyon Chadhaya Jata Hai)

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काल भैरव को कैसे प्रसन्न करें, क्या चढ़ाएं एवं मदिरा क्यों चढ़ाया जाता है (Kaal Bhairav Ko Kaise Prasan Kare, Kya Chadhaye Ewan Madira Kyon Chadhaya Jata Hai)

बाबा काल भैरव का जन्म रात्रि काल में होने के कारण इनकी पूजा रात्रिकाल में करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है| काल भैरव बाबा सदैव युद्ध के मैदान में ही रहते हैं | युद्ध मैदान में खाने-पीने की चीजें नहीं मिल पाती इसीलिए इस स्वरूप को मदिरा, राख, तेल, सिंदूर तामसिक चीजें चढ़ाई जाती है|ऐसा माना जाता है|काल भैरव का निवास स्थान शमशान में माना जाता है, एवं इनका स्वरूप नकरात्मक शक्तियों का नाश करने वाला माना जाता है|

काल भैरव को कैसे प्रसन्न करें

भगवान काल भैरव का वाहन कुत्ता है|इस कारण अगर आप काल भैरव देव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो कुत्ता एवं अन्य जीव जंतुओं को कभी भी परेशान नहीं करना चाहिए|सुबह-शाम कुत्ते को रोटी खिलाना चाहिए|सरसों के तेल का दीपक काल भैरव अष्टमी के दिन किसी भैरव मंदिर में जलाना चाहिए तत्पश्चात को सिंदूर चढ़ाना चाहिए|शास्त्रों के अनुसार बाबा काल भैरव को भगवान भोलेनाथ का क्रोधित स्वरूप माना जाता है|इसलिए भगवान भोलेनाथ के भक्तों को अनैतिक कार्य, अधर्म के काम नहीं करना चाहिए|

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काल भैरव को क्या चढ़ाएं

काल भैरव बाबा को सात्विक भोग के रूप में खीर, हलुवा, आटे का गुलगुला, जलेबी, इमारती, पुवा अत्यधिक पसंद हैं| ध्यान रहे भैरो बाबा को मिष्ठान का भोग लगाकर काले कुत्ते ( Black Dog) को खिलाना चाहिए एवं काले उड़द के दाल से दही भल्ला, पकौड़ी चढ़ाना चाहिए उसके बाद चढ़े हुए चीज को किसी गरीब को खिला देना चाहिए|

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काल भैरव को मदिरा क्यों चढ़ाया जाता है?

काल भैरव युद्ध के मैदान में ही रहते हैं और राक्षसी प्रवृत्ति होने के कारण से तामसिक चीज चढ़ाए जाने का प्रावधान सदियों सदियों से प्रचलित है| काल भैरव को मदिरा इसलिए चढ़ाया जाता है जिससे जातक के सभी बुराइयों का नाश हो और यदि किसी भी प्रकार के नशा का शिकार कोई भी जातक है तो उससे भी मुक्ति मिल जाता है|प्रायः बहुत से लोगों को देखा गया है जिनको मदिरा जैसे बुरे लत लग जाते हैं वह बाबा काल भैरव को मदिरा चढ़ाकर अपने बुरे लत छोड़ने का संकल्प लेते हैं, कि अब नशा नहीं करेंगे|

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निष्कर्ष

अतः जो लोग काल भैरव को खुश रखना चाहते है और उनकी शुभ कृपा दृष्टि पाना चाहते हैं, उन्हें कुत्ते को कभी परेशान नहीं करना चाहिए और रोटी इत्यादि कुत्ते को खिलाना चाहिए| आशा करते हैं कि आप सभी लोगों को RATNGYAN वेबसाइट के द्वारा लिखा गया यह लेख - "काल भैरव को कैसे प्रसन्न करें, क्या चढ़ाएं एवं मदिरा क्यों चढ़ाया जाता है (Kaal Bhairav Ko Kaise Prasan Kare, Kya Chadhaye Ewan Madira Kyon Chadhaya Jata Hai)" पसंद आया होगा | अतः आप लोगों से निवेदन है कि अधिक से अधिक लोगों को शेयर करें |

डिस्क्लेमर: RATNGYAN वेबसाइट द्वारा दी गई जानकारी विभिन्न धार्मिक ग्रंथों, विद्वानों, कथाओं, मंदिरों के द्वारा दी हुई जानकारी के आधार पर लिखा गया है|इस लेख का मकसद है कि आप सभी लोगों को धर्म के प्रति जानकारी उपलब्ध कराएं| हालंकि रत्नज्ञान वेबसाइट सटीकता या प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है|

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