सावन के पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे सोमवार को ऐसे करें पूजा होंगे भोलेनाथ प्रसन्न (Sawan Ke Pahle Dusre Teesre Chauthe Panchwe Somwar Me Puja Kaise Kare)
भोलेबाबा को प्रसन्न करने के लिए हर भक्त कुछ न कुछ उपाय तो किया ही करते हैं। भोलेबाबा बहुत ही दानी स्वभाव के हैं जो भी भक्त श्रद्धापूर्वक एक लोटा जल दे देते हैं उससे भी प्रसन्न हो जाते हैं। इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है और सावन का पहला सोमवार वर्ष 2024 में 22 जुलाई को समाप्त भी हो चुका है, और आज दिनांक 29 जुलाई 2024 को सावन का दूसरा सोमवार है। ऐसे में भक्तों के मन में जिज्ञासा जरूर रहता है, कि सावन के दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें सोमवार में पूजा कैसे करें। इस लेख में आपको बहुत ही सटीक जानकारी ज्योतिषाचार्य गौरव के माध्यम से दिया गया है, जोकि वह स्वयं भी करते है और सभी लोगों के सामर्थ्य अर्थात ध्यान में रखकर पूजा की सरल विधि बताए हैं। जिससे कि निसंदेह भाव से कोई भी भाई बहन माता पिता जी के समान हमारा यह लेख पढ़ रहे है वह समझ जाएंगे कि सावन के दूसरे सोमवार को पूजा कैसे करें।
सावन के पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे सोमवार को ऐसे करें पूजा होंगे भोलेनाथ प्रसन्न (Sawan Ke Pahle Dusre Teesre Chauthe Panchwe Somwar Me Puja Kaise Kare) |
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सावन के पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे सोमवार को ऐसे करें पूजा होंगे भोलेनाथ प्रसन्न (Sawan Ke Pahle Dusre Teesre Chauthe Panchwe Somwar Me Puja Kaise Kare)
आपको बताते चलें कि साल 2024 में दूसरा सोमवार 29 जुलाई को है हर भक्त अपनी मुराद भगवान शिव के समक्ष श्रद्धा भाव से रखते हैं तो वहीं कोई लोग नंदी बाबा के कान में बोलते है और फिर अपने अपने मनोकामना पूर्ण होने की अर्जी के साथ पूजन अर्चन भी करते हैं।
भोले बाबा स्वभाव से बड़े दयालु हैं परंतु इस संसार में भांति भांति के लोग है कुछ लोगों को लगता है कि क्या वाकई में भगवान कृपा करते हैं ऐसे लोग तो मंदिर में जाते भी नहीं है और वहीं कुछ लोग तो इतना रम जाते है अर्थात शिवमय हो जाते हैं कि जैसे लगता है भगवान साक्षात इनके साथ ही है। कहने का आशय यह है कि मुझे रामायण का एक दोहा याद आ गया आप लोगों को भी बताता हूं,
"जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।"
"अर्थात जिसकी भावना चाहे रामचंद्र जी हो या भगवान शिव जी हो जिस व्यक्ति की भावना इन भगवान के प्रति जिस प्रकार होता है, प्रभु उस व्यक्ति उसी भावना के रूप में दिखाई देते हैं।"
भगवान शिव की पूजा अत्यंत फलित है यहां पर जो में आपको बताने जा रहा हूं कि सावन के दूसरे सोमवार को पूजा कैसे करें अत्यंत सरल और प्रभावी विधि बताऊंगा जोकि सावन के किसी भी सोमवार अर्थात पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे सोमवार को कर सकते है। इसके अलावा सप्ताह के हर सोमवार को भोलेबाबा (Shiv) को प्रसन्न करने के लिए निसंदेह कर सकते हैं।
आइए जान लेते हैं, सावन के पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे सोमवार को ऐसे करें पूजा होंगे भोलेनाथ प्रसन्न (Sawan Ke Pahle Dusre Teesre Chauthe Panchwe Somwar Me Puja Kaise Kare)
सावन के सोमवार को सर्वप्रथम दैनिक कार्यों सौच इत्यादि से निवृत्त हो जाएं। तत्पश्चात पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें।
यदि संभव हो तो सफेद या पीला वस्त्र यदि पुरुष हैं, एवं माताएं बहनें पीले वस्त्र धारण करें। घर के मंदिर में पूजा कर रहे हों तो सर्वप्रथम मंदिर को साफ सुथरा कर लें सभी मूर्तियों को भी साफ स्वच्छ कर लें। पूजा सामग्री के रूप में धूप - बत्ती, लाल रोली एवं पुष्प, कपूर, मिश्री, पंचमेवा, शहद, बेलपत्र, भांग, धतूरा, धतूरे का फल, पीला चंदन, चावल अक्षत के लिए, लोटा जल चढ़ाने के लिए, माचिस और भी जो आपके पास सामर्थ्य हो ले सकते है। एक साफ थाली लें उसमें सभी सामग्री को सजा लें।
महत्त्वपूर्ण नोट - मैं यहां पर सावन के पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे सोमवार में पूजा कैसे करें की साधारण विधि बता रहा हूं। जोकि मैं स्वयं भी करता हूं आप भी कर सकते हैं। परंतु प्रभु अन्तर्यामी हैं कभी भी स्वार्थवश नहीं जुड़िए वह सब कुछ देख रहे है।
- एक लोटे में साफ स्वच्छ जल ले आना है।
- अब सर्वप्रथम आपको दीपक जलाना है दीपक जलाकर गणेश जी का ध्यान करना है ॐ गं गणपतये नमः का कम से कम 5 बार, 11 बार, 21 बार जप करना है।
- धूप जलाना है। और सभी उपस्थित भगवान को अपने इष्ट को ध्यान करना है यदि मंत्र आता है तो मंत्र पढ़ना है नहीं आता है भगवान का नाम ले लेना है जैसे भी आपको सुविधाजनक लगे।
- मंदिर में विराजमान भगवान देवी देवताओं का तिलक करें तत्पश्चात भगवान को भोग के लिए मिश्री, फल, पंचमेवा जोभी हो यथासामर्थ्य भोग लगाना है।
- शिव चालीसा का पाठ करें अन्य कोई भगवान के चालीसा का पाठ यदि आप करना चाहते हैं तो वह भी करें। चालीसा खत्म होने के बाद भगवान गणेश जी की एवं शिव आरती का पाठ कपूर को जलाकर करें।
- लोटे वाले जल में लाल रोली, लाल पुष्प, मिश्री डालकर सूर्यदेव को अर्पित करें और निम्न मंत्र का जाप करें।
- ॐ आदित्याय नमः
- अब अगर घर में शिव मंदिर है तो वहां पर या फिर आस पास शिवालय में जाएं। जोभी पूजा सामग्री थाल में रखे थे वह लेकर जाएं।
- धूप, दीप दिखाकर एक लोटा जल जिसमे गंगाजल मिलाकर भगवान शिव को चढ़ाएं। फिर बारी बारी से बेलपत्र जिसपे यदि राम या ॐ नमः शिवाय लिखा है, एवं अन्य सामग्री को भोलेनाथ को चढ़ाएं।
- अपने दोनों हथेलियों पर पीला चंदन लेकर भगवान के शिवलिंग पर चढ़ाएं और पुरुष लोग ॐ नमः शिवाय एवं माता जी लोग नमः शिवाय का जप करते रहें।
- क्षमा याचना कर वापस घर के लिए लौट आएं।
निष्कर्ष
आशा करते हैं, ज्योतिष आचार्य गौरव के द्वारा लिखी गई लेख "सावन के पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवे सोमवार को ऐसे करें पूजा होंगे भोलेनाथ प्रसन्न (Sawan Ke Pahle Dusre Teesre Chauthe Panchwe Somwar Me Puja Kaise Kare)" आपको पढ़कर मन का संशय जरूर दूर हुआ होगा और अंत में इतना जरूर कहूंगा कि पूजा की विधि तो बहुत है और बहुत तरीके से किया जा सकता है फिर भी इतना ही यदि सावन के किसी सोमवार को कर लिया जाए तो जातक का मन हल्का हो जाएगा और बिगड़े काम बनने लगेंगे भोलेनाथ प्रसन्न होकर सदा भक्त की रक्षा करते हैं इसमें कोई संशय नहीं है। इतना जरूर कहूंगा कि यदि इस तरह से पूजा पाठ कर लिए तो निश्चित रूप से भगवान को खुश कर ले जायेंगे क्योंकि मेरे साथ तो इसी विधि सावन के पहले दूसरे तीसरे चौथे पांचवे सोमवार ही नहीं अपितु सप्ताह के हर सोमवार को पूजा करने का सर्वाधिक प्रमाण आशीर्वाद के रूप में मिला है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में लिखी हुई जानकारी पूर्ण रूप से ज्योतिषाचार्य गौरव का स्वयं का मत है। आर्टिकल को पढ़कर उपाय करना, पूजा करना आपका अपना निजी विचार है। हमारा यह वेबसाइट आपको करने के लिए प्रेरित नहीं कर रहा है यह आर्टिकल जानकारी मात्र है। अतः जानकारी समझ कर ही पढ़ें। किसी भी क्षति के लिए लेखक व वेबसाइट की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।