Mahshivratri Upay: महाशिवरात्रि के दिन यह उपाय कर लेना लेकिन कुछ चीजें त्याग देना अन्यथा होगा साल भर नुकसान|
Mahashivratri Upay: नमस्कार प्यारे भक्तों, RATNGYAN वेबसाइट पर आप सभी का स्वागत है. मैं ज्योतिषाचार्य गौरव आप सभी लोगों को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। दोस्तों महाशिवरात्रि का अर्थ है- महाकल्याण करने वाली रात्रि. इस दिन भगवान शिव जी के भक्त तरह तरह के उपाय तो करते ही है लेकिन मैं आज आप सभी लोगों को आजमाया हुआ उपाय बताऊंगा. यदि समय रहते आपने कर लिया तो जिंदगी में कभी निराशा हाथ नहीं लगेगी यह मेरी गारंटी है.
हमें पता है, कि आप लोग महाशिवरात्रि के उपाय ढूंढ रहें है तो मैं आपको बताऊंगा लेकिन उससे पहले नीचे लिखे तथ्यों पर भी एक बार विचार करें क्योंकि यह समझ गए तो समझ लीजिए महाकाल आपके साथ है और आपका हर उपाय महाकाल स्वीकार करेंगे अर्थात जो भी पूजा पाठ करेंगे सब उनको अर्पण हो जाएगा.
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Mahshivratri Upay: महाशिवरात्रि के दिन यह उपाय कर लेना लेकिन कुछ चीजें त्याग देना अन्यथा होगा साल भर नुकसान| |
हम सभी लोग महाकाल का एक स्टेटमेंट्स तो जानते हैं, "अकाल मृत्यु वो मरे, जो काम करे चंडाल का. काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का."
इस स्टेटमेंट को जब आप ध्यान से पढ़ेंगे तो जरूर कुछ समझ में आया होगा कि इंसान को कैसे कर्म करने चाहिए क्योंकि यदि आप लाख उपाय कर लो, कितना भी पूजा पाठ कर लो चाहे कितने भी व्रत रख लो यहां तक कि Mahshivratri का उपाय कर लो. एक भी उपाय काम आने वाला नहीं है. प्यारे भक्तों माफ करना मुझे लेकिन इस संसार में बहुत विडंबना है, लोग मंदिर तो जाते हैं, हाथ पैर धुलते है लेकिन मन को कभी नहीं धुलते है अब खुद बताइए कि क्या महाशिवरात्रि का उपाय करने मात्र से आपका कल्याण हो जाएगा.
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सच्चा ज्योतिष वही है, सच्चा साधक वही है जो अज्ञानता से ज्ञान की तरफ ले जाए इसलिए महाशिवरात्रि के उपाय बताने से पहले इस महाशिवरात्रि के दिन कुछ बातें गांठ बांध लीजिए. अर्थात यह काम त्याग देना अन्यथा होगा साल भर नुकसानकदापि न करें महाशिवरात्रि के दिन या फिर पूरे जीवन में.
- किसी के प्रति ईर्ष्या अगर है, तो महाशिवरात्रि का उपाय कदापि न करें वर्ना भगवान आपसे ईर्ष्या करने लगेगा.
- यदि आप सच में महाकाल से कुछ चाहते हैं, तो ईमानदार बनिए. कहने का आशय यह है कि चोरी, बेइमानी, घूसखोरी इत्यादि अगर मन में है, तो कभी भी महाशिवरात्रि का उपाय करने से आपको मनचाहा परिणाम नहीं मिल सकता है.
- परस्त्री सुख यदि कोई भी इंसान करते हैं तो इसका परित्याग महाशिवरात्रि के दिन जरूर कर दें क्योंकि इंसान के इस कर्म से भगवान शिव जी अत्यंत रूष्ट हो जाते है.
- शराब, नशा, मांस भक्षण अर्थात जीवों की हत्या करके अपने आपको सुख देने वाले कोई भी उपाय करें तो महाशिवरात्रि का कोई फल नहीं मिलता है.
- गरीब लोगों को जो आपके यहां नौकर रूप में हो या निम्न वर्ग के कर्मचारी से व्यवहार अच्छा रखिए
- स्वार्थी कभी न होइए यह गांठ बांध लीजिए अगर आप स्वार्थ में होकर महाशिवरात्रि का उपाय कर रहे है, तो फिर कभी भी आपका स्वार्थ पूरा नहीं हो सकता है.
- कहते हैं लालच बुरी बला है और अगर व्यक्ति के स्वभाव में लालच है, तो आज ऐसा दिन है महाशिवरात्रि का कि आप इसका त्याग कर दीजिए.
- जीवन में जो सबसे ज्यादा त्यागने की बात है, वह है मद अर्थात घमंड. कितना भी पूजा पाठ उपाय करते है और आपके अंदर अगर घमंड है, तो फिर आपका किया गया पूजा पाठ उपाय सब व्यर्थ है.
Mahshivratri Upay: महाशिवरात्रि के दिन यह उपाय कर लेना लेकिन कुछ चीजें त्याग देना अन्यथा होगा साल भर नुकसान ही नुकसान|
महाशिवरात्रि के लिए पूजन सामग्री |Mahashivratri Poojan Samgri |
कुछ पूजा के सामान बता रहे है, जोकि हिंदू धर्म के हर घरों में प्रायः मिलते ही है। और यदि कोई सामग्री नहीं है तो घबराइए नहीं फिर भी सच्चे मन से आप उपाय कर सकते है.
- हल्दी
- पीला चंदन
- बेर
- गन्ने का गेड़ी
- धतूरा
- भांग
- अबीर
- गुलाल
- धूपबत्ती
- गंगाजल
- इत्र
- जनेऊ
- तांबे या चांदी का नाग नागिन
- दुर्वा
- शहद
- बिल्वपत्र 5 पीस / 11 पीस / 21 पीस जो भी मिल जाए.
- शमीपत्र
- फूल मंदार का अतिउत्तम
Mahshivratri Upay|महाशिवरात्रि के उपाय
- सबसे पहले सुबह उठ जाइए.
- नहाने वाले पानी की बाल्टी में कुछ बूंद गंगाजल का मिला लीजिए.
- साफ स्वच्छ वस्त्र धारण कर लीजिए. खासतौर पर ऑरेंज या पीला वस्त्र होना चाहिए भूल से कला वस्त्र कभी नहीं धारण करना चाहिए शिव जी की पूजा या उपाय करते समय.
- सभी सामग्री जो ऊपर लिखाए है उसको साफ स्वच्छ करके थाली में रख लीजिए.
- पीली हल्दी से घर के मेन गेट पर स्वस्तिक बनाए ध्यान रखें हल्दी में थोड़ा गंगाजल जरूर डाल लें.
- अब घर के मंदिर में बैठ जाइए हमेशा की तरह पूजा का शुभारंभ करे. ध्यान देने योग्य बातें गणेश जी की मंत्र ॐ गं गणपतये: नमः को कम से कम पांच बार जप करने के बाद ही और किसी देवी देवता का आवाहन करना चाहिए.
- अब घर के पास जो भी शिवालय हो वहां पर थाल में रखी सामग्री सहित ले जाए और गणेश जी, कार्तिकेय जी, नंदी बाबा, पार्वती जी की बारी बारी से पूजा करें, नमन करें और अपने आपको उनके चरणों में अर्पित कर दें.
- अब गणेश जी को दुर्वा अर्पित करें.
- फिर शिव जी को जनेऊ धारण कराएं और एक एक बिल्वपत्र अर्पित करते जाए.
- अब बारी बारी से सभी सामग्री शिव जी को अर्पित करे शिवाय अबीर के.
- शिव जी के सभी परिवार अर्थात गणेश जी, कार्तिकेय जी, पार्वती जी, नंदी बाबा को धूप दीप दिखाकर अपनी मनोकामना को कहे और अपनी पूजा स्वीकार करने की प्रार्थना करे.
- अंत में बचे हुए अबीर या गुलाल से भोलेनाथ के शिवलिंग से होली खेले अर्थात दोनों हाथों में लेकर लेपन कर दें शिवलिंग पर क्योंकि इसका बहुत चमत्कारी परिणाम भी देखने को मिलेगा कुछ दिन बाद आपलोगों को.